सार्थक लहर
नई दिल्लीः उत्तर पूर्वी दिल्ली में रविवार से हिंसा जारी है, इस हिंसा में अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा में न सिर्फ दिल्ली बल्कि दिल्ली के बाहर के लोगों को भी निशाना बनाया गया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के ग्राम सलाई के निवासी मोहसिन अली की भी इस उपद्रव में जान चली गई। मोहसिन मंगलवार शाम पांच बजे से लापता था, जिसे लेकर परिजन काफी परेशान थे। आज दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में उसका शव मिला है।
परिजनों के मुताबिक़ 25 वर्षीय मोहसिन नोएडा के खोड़ा में रहता था, और जेनरेटर काम काम करता था। मोहसिन पिता साजिद अली ने बताया कि मोहसिन अपनी सफ़ेद रंग की ऑल्टो कार जिसका नंबर UP 37- 3691 से दिल्ली के वज़ीराबाद के लिए आया था। इस इलाक़े में मोहसिन ने एक शादी मंडप में किराए पर जेनरेटर लगा रखा था. लेकिन शाम के बाद से ही उसका फोन स्विच ऑफ आने लगा, इसके बाद परिजनों ने उसकी तलाश शुरु की लेकिन मोहसिन का कुछ पता चला नहीं। बुधवार सुबह से परिजन मोहसिन को तलाश रहे थे, तब शाम में क़रीब पांच बजे जी.टी.बी. में रखे शवों में मोहसिन अली के शव की शिनाख्त की गई। मोहसिन जिस कार से दिल्ली आया था वह कार दिल्ली के करावल के नगर से बरामद हुई है। कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है, उपद्रवियो ने कार को आग लगाई है। मोहसिन की मौत की ख़बर से परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों के मुताबिक़ अभी दो महीने पहले ही मोहसिन की शादी हुई थी। मोहसिन अपने चार भाईयों में तीसरे नंबर का था। मोहसिन की मौत के ख़बर जैसे ही उसके गांव सलाई पहुंची तो गांव में मातम छा गया। मोहसिन के गांव के लोग ग़मज़दा हैं.