सार्थक संवाददाता।
मुजफ्फरनगर ।आज रूबरू है हम मुजफ्फरनगर के युवा सामाजिक शख्सियत असद ज़मा एडवोकेट से ।। जो कई सालों से समाज मे लोगो मे लग्न पैदा कर चुके है
2012 में अपने वालिद फखरूज़मा एडवोकेट के इन्तिक़ाल के बाद अपने परिवार की विरासत को मज़बूती से संभाला
असद ज़मा के दादा मरहूम अब्दुल गनी
कई बार नगरपालिका के सभासद रह चुके है
असद ज़मा की वालिदा परवीन ज़मा भी नगर पालिका में सभासद रह चुकी है वर्ष 1996 से 2001
असद ज़मा 2012 में नगर पालिका के सभासद निर्वाचित हुए थे
काफी मेहनत लगनशील युवा व जनपद में सबसे चर्चित व्यक्ति के रूप में इन्हें जाना जाता है
वर्ष 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों में चर्चित शहीद चोक पंचायत के 10 प्रमुख लोगो मे असद ज़मा को एक षड्यंत्र के तहत नामज़द करवाया गया था
उसी मुकदमे में तत्कालीन सांसद तत्कालीन विधायक पूर्व गृहमंत्री तक उसमे नामज़द हुए थे
मुजफ्फरनगर में वर्ष 2019 में कम्पनी बाग में माब लिंचिंग से युवक को बचा कर ज़िले को दंगो की आग में जलने से बचाया था
इस कुशल कार्य पर एनडीटीवी के पत्रकार रविश कुमार ने उनका प्राइम टाइम में शुक्रिया किया था
असद ज़मा एडवोकेट ने हाल ही में आये बाबरी मस्जिद फैसले में अमन सुकून कायम करने में अग्रिम सवर्सशेट्ट भूमिका अदा की है